Wednesday, September 26, 2012

गंगा किनारे..सांझ सकारे- मिले दोस्त प्यारे:)

गंगा किनारे की एक शाम

शाम ए महफिल में आप हैं अभिषेक


मैं थोड़ा थका सा। वैसे बैकग्रांउड अच्छा है


हेमन्त कुमार- तस्वीर के पीछे देंखे

ये आसमां ये रंगीन शाम और तन्हाई तेरे याद की 


माझी ढूंढे किनारा




अभिषेक आनंद

आनंद जी के साथ मैं





हाथ ठीक है बस पोज यही रहता है

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