फेसबुक से बाहर झांकने की जरुरत है। अपने आसपास की
रोजमर्रा की जिन्दगी से भी बाहर ताक-झांक करना जरुरी है। अपने तरह के, अपने
ही सर्कल के, काम-धंधे के लोगों से इतर लोगों से मिलना जरुरी है।
शहर
में हो, दिल्ली में हो तो थोड़ा बाहर निकलना बहुत जरुरी है। वीकेंड में
नये लोगों से मिलना जरुरी है। दिल्ली में हो तो बस्तियों में जाना जरुरी
है, लोगों की जिन्दगी देखना जरुरी है, उनकी कहानियों को सुनना जरुरी है।
अजनबी लोगों से मिले प्यार आपको अंचभित कर देंगे- फेसबुक पर वो स्नेह खोजे
नहीं मिलेगा। वीकेंड में शहर की सीमा से थोड़ा दूर निकल जाईये...खेतों में
जाईये, नदी के पास जाकर बैठिये, नये-नये लोगों से मिलिये, फेसबुक वाले
दोस्तों से बार-बार मिलने से बचिये।Monday, June 19, 2017
थोड़ा सा बाहर भी टहलिये..
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
कुछ चीजों का लौटना नहीं होता....
क्या ऐसे भी बुदबुदाया जा सकता है? कुछ जो न कहा जा सके, जो रहे हमेशा ही चलता भीतर एक हाथ भर की दूरी पर रहने वाली बातें, उन बातों को याद क...
सारा जग घुमियां......
ReplyDeleteबहुत जरुरी है
ReplyDelete