Saturday, July 2, 2011

मै दिल्ली से पटना आ गया हूँ
अब दिल्ली के बारे में यहाँ से सोचता हूँ तो देखता हूँ सही लोग भागे जा रहे हैं कोई किसी से ये रुक के पूछना तक नही चाहता की क्यों भागे जा रहे हो हर कोई बस भागना chahta है
कवी कुछ देर रुक के पीछे भी देखो मेरे दोस्त कितने लोग छुट्टे चले जा रहे हैं

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