प्यार के गहन क्षण में ही इतना लाड़ आता है कि आप किसी की कान खींच उसे वापस घर की तरफ ले चलते हो...बिल्कूल माँ की तरह |
उपर की तस्वीर में माँ का गुस्सा और यहां माँ सा लाड़ देता एक बच्चा |
ये दोनों तस्वीरें महान जंगल की है। महान वही जंगल है जहां कोयला खदान का आना सरकार ने तय कर दिया है।
दो अलग-अगल गांव। दो अलग-अलग तस्वीर। बस, इतना जतलाना चाह रहा हूं कि प्यार के जिस रंग में इस जंगल का बच्चा-बच्चा जन्म के साथ डूब चुका है उस प्यार को कोयला खदान के नाम पर खत्म करने की साजिश का विरोध तो करना ही पड़ेगा। उम्मीद है इनका प्यार और गहरा हो..जिंदाबाद
टची-टची फोटू और टची-टची कैप्शन।
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