Friday, June 6, 2014

मुर्दा शांति से भर जाना

कभी-कभी बंद कर दो लिखना और पढ़ना!

कभी-कभी बंद होना चाहिए सोचना और समझना !!

कभी-कभी ही होता है उस पड़ाव पर पहुंचना जहां न हो कोई हँसना और रोना !!!

अच्छा ही होता है कभी-कभी मुर्दा शांति से भर जाना !!!!

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