Tuesday, April 1, 2014

फेसबुक डराता है

मैक्सिको सिटी की एरेंडी एलिजाबेथ रगुतिएरेज को जब यह पता चला कि उसकी बेस्ट फ्रेंड एनेल बेज ने दोनों की न्यूड फोटोग्राफ्स सोशल नेटवर्किंग साइट पर अपलोड कर दी है, वो गुस्से से पागल हो गई। एरेंडी ने बेज से कहा कि अगर वो इस साल के अंत तक जीवित रह पाई तो लकी होगी। बेज ने इसे मजाक में लिया और उसे सुलह के लिए मैक्सिको के गुआमुचिल स्थित अपने घर बुलवाया।
लेकिन एरेंडी इतनी नाराज थी कि उसने ब्रेज को उसके घर में ही 65 बार चाकू घोंप कर मार दिया। फिलहाल एरेंडी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

बेज और एरेंडी की ये कहानी किसी अनचाहे की शुरुआत का आहट भर है। बेज और एरेंडी जो सिर्फ 16 साल की लड़की थी। नाबालिग। नये-नये सपनों को देखने की उम्र में दोनों ने खुद को खत्म कर लिया। हमारे समाज में फिलहाल फेसबुक इस हद तक शायद नहीं पहुंचा हो लेकिन हर रोज कुछ न कुछ ऐसी खबरें आती दिखती हैं, जहां फेसबुक की वजह से लोगों के बीच दूरियां बढ़ रही हैं।
फेसबुक। माने लोगों को मिलवाने का एक जरिया। अपने व्यस्त जिन्दगी से कुछ समय निकाल-हंसने-बोलने और थोडी सी भड़ास निकालने का एक कोना।
लेकिन इन घटनाओं की आहटें बता रही हैं कि मामला इतना भर ही नहीं रह जायेगा। दरअसल फेसबुक की डोर हमारे हाथ से छूट चुकी है।
मिलना-मिलवाना खत्म। अब उसके बायप्रोडक्ट आने शुरू होंगे।

तैयार रहिये। हो सकता है -हमारा-आपका कोई दोस्त छूटने वाला हो फेसबुक की वजह से। चौबीस घंटे साथ रहने के बाद की उबन का बहुत कुछ रिजल्ट आना अभी बांकि है।

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