Friday, November 24, 2017

सोनम गुप्ता नहीं, जिन्दगी बेवफा है...

सुनो
आसान है, किसी सोनम गुप्ता को बेवफा बता देना और अपने रास्ते हो चलना। लेकिन नहीं, वक्त ज्यों ज्यों बीत रहा है समझ में आ रहा है कोई सोनम गुप्ता बेवफा नहीं है, कोई लड़की प्रेम में सबकुछ हो सकती है लेकिन बेवफा नहीं होती..
वो तो ये स्साली जिन्दगी है जो बेवफाई पर उतर आती है। जिन्दगी ही धोखे देती है, जिन्दगी ही बनाकर निकल जाती है..
मैं तय नहीं कर पाता कई बार, क्या वो सचमुच जिन्दगी थी. या फिर सिर्फ एक लड़की।
लड़की जो प्रेम में डूबी रही...और प्रेम में ही डूब गयी...

कोई दरवाजा तो होगा न...
कोई कविता भी हो सकती है भला
या कोई कहानी
कि कहानी को एक वाक्य में यूं कह दूं...
कि अब तुम याद नहीं आती..

है तो सही झूठ ही
लेकिन झूठ जिन्दगी है और जिन्दगी बेवफा है...

हवा में तैरते हुए सबकुछ कितना सुन्दर है..कितना आसान

सुनो....सुनो...सुनो
कुछ नया शुरू किया है..नये से प्रेम है मुझे, जैसे तुम्हें था मुझसे प्रेम। था कि नहीं...
याद है कि नहीं...
अलविदा

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